सुप्रीम कोर्ट द्वारा ईडी निदेशक संजय कुमार मिश्रा के तीसरे कार्यकाल को रद्द करने का विपक्षी नेताओं ने स्वागत किया है। साथ ही शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने इसे एजेंसी का दुरुपयोग करने वालों के चेहरे पर तमाचा बताया। चतुर्वेदी ने कार्यकाल के विस्तार को अवैध बताते हुए मिश्रा द्वारा लिए गए सभी निर्णयों की जांच की भी मांग की। चतुर्वेदी ने अपने ट्वीट में कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा उत्कृष्ट निर्णय। उन लोगों के मुंह पर तमाचा है जो अधिकार का दुरुपयोग कर रहे थे और अवैध कार्यकाल विस्तार के माध्यम से आतंक और चरित्र हनन का माहौल बनाया था। इसे भी पढ़ें: ED डायरेक्टर संजय कुमार मिश्रा का कार्यकाल विस्तार अवैध, सुप्रीम कोर्ट ने थर्ड एक्सटेंशन पर लगाई रोकइसके साथ ही उद्धव गुट की नेता ने कहा कि साथ ही अगर ईडी निदेशक का एक्सटेंशन अवैध है तो उनके और उनकी टीम द्वारा लिए गए सभी फैसलों की जांच की जानी चाहिए अन्यथा उन्हें भी अवैध माना जाएगा। इस चुभने वाले फैसले के बाद क्या ईडी निदेशक के पास महीने के अंत तक पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार है? इसे भी पढ़ें: Places Of Worship Act 1991: सुब्रमण्यम स्वामी ने कोर्ट में कहा- केंद्र प्रत्येक सुनवाई पर स्थगन मांग रहा है, SC ने मोदी सरकार से मांगा 31 अक्टूबर तक जवाबमिश्रा के विस्तार को याचिकाओं के एक समूह द्वारा चुनौती दी गई थी, जो शीर्ष अदालत के सितंबर 2021 के आदेश पर आधारित थी। याचिकाकर्ताओं में कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला, जया ठाकुर और तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा समेत अन्य शामिल हैं। लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा ने मिश्रा के सेवा विस्तार को अवैध करार देने के लिए सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद दिया। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि भाजपा- हम आपसे चुनाव में लड़ेंगे, हम आपसे अदालत में लड़ेंगे। हम खेतों और सड़कों पर लड़ेंगे, हम कभी आत्मसमर्पण नहीं करेंगे।Victory in my plea in SC against extension of ED Director. Thank you SC for ruling extension invalid.BJP – we shall fight you in the polls, we shall fight you in the courts. we shall fight in the fields & in the streets, we shall never surrender.— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) July 11, 2023