‘एके गो दिल बा मंगवईया हजार बा’, बिहार में कुर्सी-कुर्सी कर रहे नेता… सीएम बनेगा कौन?

पटना: बिहार में ‘सीएम की कुर्सी’ के लिए मारामारी है। यूं कहें तो महागठबंधन में शामिल सभी दल अपने-अपने नेता को सीएम बनाना चाहते हैं। अब तक तेजस्वी यादव ( Tejashwi Yadav ) ही रेस में थे। आरजेडी के नेता गाहे-बगहे एक दो दिन में बयान देते रहते हैं कि इस दिन तेजस्वी यादव सीएम बन जाएंगे। दो दिन पहले ही आरजेडी विधायक विजय मंडल ने कहा था कि होली बाद तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री बन जाएंगे। विजय मंडल के इस बयान के बाद बिहार में सियासी पारा हाई है। इन सब के बीच जीतन राम मांझी ( Jitan Ram Manjhi ) अपने बेटे को सीएम पद का उम्मीदवार बता कर सियासी खेल में नया एंगल दे दिया। दरअसल, बिहार की सियासत में लगातार हलचल मची हुई है कि अगल सीएम कौन? नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं। चर्चा है कि नीतीश कुमार कभी भी तेजस्वी को अपनी कुर्सी सौंप सकते हैं। ऐसी सिर्फ चर्चा है, हालांकि नीतीश कुमार पहले ही कह चुके हैं 2025 का चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। सीएम नीतीश के बयान से साफ हो गया कि अगर महागठबंधन को 2025 में ‘बहुमत’ मिलता है तो तेजस्वी सीएम बन सकते हैं। सस्पेंस इसलिए कि तीन रोज पहले ही जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा था कि नेता विधायक चुनते हैं। मतलब अगर विधायक तेजस्वी को नेता नहीं मानते हैं तो खेल भी हो सकता है।मांझी ने खेला बेटा वाला ‘दांव’अभी तेजस्वी यादव को लेकर सियसी खींचतान जारी ही था कि जीतन राम मांझी ने बेटा वाला दांव चलकर सियासी खेल में ट्विस्ट ला दिया। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अपने बेटे को सीएम पद का उम्मीदवार बता रहे हैं। मांझी ने साफ-साफ कहा कि पिछले दिनों उन्होंने जो बयान दिया था, आज भी उस पर कायम है। मांझी ने कहा कि अगर नीतीश कुमार चाहेंगे तो उनका बेटा संतोष सुमन सीएम बन सकते हैं। दरअसल, पिछले दिनों मांझी ने कहा था कि मेरा बेटा संतोष सुमन बिहार का मुख्यमंत्री बनने के योग्य है। इस दौरान उन्होंने कहा कि वह पढ़ सकता है और दूसरों को पढ़ा भी सकता है।मांझी ने तर्क के साथ बताया संतोष सुमन सीएम उम्मीदवार क्यों?16 फरवरी को जहानाबाद में पत्रकारों से बात करते हुए जीतन पाम मांझी ने तर्क के साथ बताया कि उनका बेटा बिहार का मुख्यमंत्री क्यों बन सकता है। मांझी ने कहा कि संतोष सुमन का नाम इसलिए लेते हैं, क्योंकि वह युवा है, पढ़ा-लिखा है। आगे मांझी ने कहा कि बहुत से लोगों का नाम मुख्यमंत्री बनने के लिए आता है, मेरा बेटा उन्हें भी पढ़ा सकता है। ऐसे में संतोष को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। मांझी ने ये भी कहा था कि ऐसा नहीं है कि संतोष केवल भुइया जाति से आते हैं, बल्कि वह एक प्रोफेसर भी हैं।सीएम पद के रेस में कौन-कौन हैं?ऐसा नहीं है कि सीएम पद के रेस में केवल तेजस्वी यादव या संतोष सुमन हैं। इनके अलावे भी बहुत हैं। उपेंद्र कुशवाहा, चिराग पासवान, पुष्पम प्रिया चौधरी। नीतीश कुमार के बाद जेडीयू में कौन? इस सवाल का जवाब तो फिलहाल किसी के पास नहीं है, लेकिन एक बात तो साफ है कि अगर नीतीश कुमार सीएम पद छोड़ दें तो आज ही कई उम्मीदवार सामने आ जाएंगे। वहीं, बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी में भी कई सीएम उम्मीदवार हैं, लेकिन खुलकर आजतक किसी का नाम नहीं लिया गया। गाहे-बगाहे मीडिया में चर्चा जरूर होती है।(अगर आप राजधानी पटना जिले से जुड़ी ताजा और गुणवत्तापूर्ण खबरें अपने वाट्सऐप पर पढ़ना चाहते हैं तो रें। )