अजित पवार बोले- मैं महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने को तैयार

मुंबई: एनसीपी नेता अजित पवार का कहना है कि वह आज भी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी स्वीकार करने के लिए तैयार हैं। यह बात उन्होंने शुक्रवार को एक अखबार के कार्यक्रम में कही। उनसे पूछा गया था कि क्या आप 2024 में मुख्यमंत्री पद के लिए दावा करेंगे? इस पर अजित पवार ने जवाब दिया कि 2024 में मुख्यमंत्री पद का दावा करने की क्या जरूरत है, मैं अभी भी दावा कर सकता हूं। 2024 का इंतजार क्यों करना।अजित पवार ने कहा कि मैं अब राज्य के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी स्वीकार करने के लिए तैयार हूं। मैंने दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों पृथ्वीराज चव्हाण और उद्धव ठाकरे के साथ काम किया। दोनों में से किसी के पास विधायक पद का कोई अनुभव नहीं था। मैंने खुशी-खुशी उद्धव ठाकरे के साथ काम किया। पृथ्वीराज चव्हाण के मुख्यमंत्री बनने पर भी मैंने पूरा सहयोग दिया और अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के फैसले के मुताबिक काम किया।’सीनियर नेताओं के फैसले से गवां दिया सीएम पद’अजित पवार ने यह भी कहा कि एनसीपी को हर बार उप मुख्यमंत्री पद ही मिलता है। वजह साफ है कि हर बार हमारी सीटें कम हो जाती हैं। एक बार एनसीपी को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला था, लेकिन तब हमारे सीनियर नेताओं ने अलग फैसला लिया और पार्टी ने वह मौका गंवा दिया। मुंबई में एनसीपी के कार्यक्रम में शामिल न होने के बारे में अजित पवार ने कहा कि मेरा पुणे आने का कार्यक्रम ढाई महीने पहले तय हो गया था, इसलिए मैं मुंबई के कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सका। इस बारे में मीडिया के जरिए भ्रम पैदा किया जा रहा है।’ज्यादा सीटों पर भी NCP को मिला डेप्युटी सीएम का पद’विधानसभा में विपक्ष ने नेता ने कहा कि वह 100 फीसदी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनेंगे। उन्होंने कहा, ‘हां, मैं 100 फीसदी मुख्यमंत्री बनना चाहूंगा।’ यह पूछने पर कि एनसीपी को उपमुख्यमंत्री पद से इतना लगाव क्यों है? अनुभवी नेता ने कहा कि 2004 में एनसीपी और कांग्रेस ने गठबंधन में विधानसभा चुनाव लड़ा और एनसीपी को ज्यादा सीटें हासिल हुईं। पवार ने खुलासा किया कि 2004 में जब एनसीपी ने गठबंधन की अपनी सहयोगी कांग्रेस से ज्यादा सीटें जीती थीं, तो उस वक्त उनके सहकर्मी दिवंगत आर आर पाटिल मुख्यमंत्री बन सकते थे, लेकिन दिल्ली से एक संदेश आया कि उनकी पार्टी को उपमुख्यमंत्री पद मिलेगा।पवार ने कहा कि उनके सहकर्मी पाटिल को सदन का नेता चुना गया और 2004 में अगर शीर्ष पद राकांपा को मिला होता, तो वह मुख्यमंत्री बन गए होते।पवार ने कहा कि उन्होंने जून 2022 में शिवसेना में बगावत से पहले ही सुना था कि मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नाखुश हैं और उनके दिमाग में कुछ चल रहा है।