सिर्फ तुम्हारी वजह से हारे…पाकिस्तान के साथ उस युद्ध में पाकिस्तान के 93 हजार सैनिक सुरक्षित रहने के बावजूद भी पाकिस्तान आत्मसमर्पण को मजबूर हुआ था। इस स्थिति में होने के बावजूद पाकिस्तान ने सरेंडर क्यों किया, यह सवाल जनरल नियाजी से पूछा गया। जनरल नियाजी ने जो जवाब दिया वह सुनकर हर भारतवासी का सीना गर्व से फूल जाएगा। सरेंडर से जुड़े सवाल के जवाब में जनरल नियाजी ने एक भारतीय वायुसेना के अधिकारी की वर्दी पर विंग्स की ओर इशारा किया और कहा तुम्हारी वजह से हारे, भारतीय वायुसेना की वजह से।
एयरफोर्स ने ताजा की बमबारी की यादेंअपने एक अन्य ट्वीट में एयरफोर्स ने पाकिस्तानी इलाके में बमबारी की तस्वीरें भी शेयर कीं। उस युद्ध के दौरान पाकिस्तान ने भारतीय वायुसेना पर अचानक हमला कर दिया था। भारतीय वायुसेना इस हमले के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं थी। इसके बाद भारतीय वायुसेना में मुंहतोड़ जवाब दिया। पूर्वी पाकिस्तान में पाकिस्तान का जहां भी एयरबेस था, उसे भारतीय वायुसेना ने बुरी तरह से तबाह कर दिया। इस युद्ध में भारतीय वायुसेना के मिग-21 फाइटर प्लेन ने काफी अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने पाकिस्तान के 8 एयरबेस को पूरी तरह से तबाह कर दिया था। भारतीय वायुसेना के इस घातक ऐक्शन का रिजल्ट भी दिखाई दिया।
पाकिस्तान की हार और बांग्लादेश का जन्मविजय दिवस के अवसर पर इस युद्ध में निर्णायक भूमिका निभाने वाली भारतीय वायुसेना में युद्ध के बाद सरेंडर और विक्ट्री परेड की तस्वीर शेयर की। एयरफोर्स ने सिलसिलेवार ट्वीट में लिखा, 1971 का भारत-पाक युद्ध 16 दिसंबर 1971 को विरोधी के व्यापक समर्पण के साथ समाप्त हुआ। लेफ्टिनेंट जनरल एएके नियाज़ी ने बिना शर्त आत्मसमर्पण के दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर किए और एक स्वतंत्र ‘बांग्लादेश’ का जन्म हुआ। इस ट्वीट के साथ एयरफोर्स ने लेफ्टिनेंट जनरल नियाजी के साथ आत्मसमर्पण के समझौते पर हस्ताक्षर करते समय की तस्वीर शेयर की है। एयरफोर्स ने सरेंडर का वह लेटर भी शेयर किया जिस पर दोनों देशों के कमांडिग ऑफिसर ने साइन किया है।