कानपुर: कानपुर में कुशाग्र अपहरण-हत्याकांड () में नए खुलासे हो रहे हैं। कुशाग्र के हत्यारे 72 घंटे की पुलिस रिमांड पर हैं। पुलिस की पूछताछ में ट्यूशन टीचर और उसके प्रेमी ने हत्या के बाद की प्लानिंग का खुलासा किया है। हत्यारोपी कुशाग्र की हत्या करने के बाद उसके शव के टुकड़े-टुकड़े कर पॉलीथीन में भरकर ठिकाने लगाना चाहते थे। इसके लिए प्रभात ने चापड़ और पॉलीथीन पहले से खरीदकर रख लिए थे। फिरौती की रकम मिलने के बाद रचिता और प्रभात कानपुर से बाहर अलग दुनिया बसाने के फिराक में थे। लेकिन पुलिस ने घटना वाली रात ही तीनों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया।कुशाग्र के पिता मनीष कनोडिया का सूरत में कपड़े का कारोबार है। वे रायपुरवा थाना क्षेत्र के भगवती विला अर्पाटमेंट में रहते हैं। मनीष का बेटा कुशाग्र (16) जयपुरिया स्कूल में हाईस्कूल का स्टूडेंट था। कुशाग्र 30 अक्टूबर शाम चार बजे कोचिंग के लिए निकला था। जब वह देर रात तक घर नहीं लौटा तो परिजनों ने पुलिस में सूचना दी। अगले दिन सुबह कुशाग्र का शव ट्यूटशन टीचर रचिता के प्रेमी प्रभात शुक्ला के घर के बगल में बने स्टोररूम में मिला। यह भी पता चला कि प्रभात ने हत्या के बाद 30 लाख की फिरौती का पत्र अपने दोस्त शिवा के हाथ कुशाग्र के घर भेजा था।पॉलीथीन के छोटे-छोटे पैकेट बनाकर फेंकने का था प्लानपुलिस ने रविवार सुबह लगभग पौने दस बजे तीनों हत्यारोपियों को 72 घंटे की पुलिस रिमांड पर लिया था। पुलिस किसी अज्ञात स्थान पर तीनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है। हत्यारोपियों ने पुलिस के सामने कई राज उगले हैं। कुशाग्र की हत्या के बाद आरोपियों का प्लान बहुत ही खौफनाक था। ट्यूशन टीचर के प्रेमी ने कुशाग्र के शव के छोटे-छोटे टुकड़े कर, उनको पॉलीथीन में भर कई पैकेट बनाकर ठिकाने लगाना चाहते थे। प्रभात की निशानदेही पर पुलिस ने चापड़ और पॉलीथीन बरामद कर लिया है। इसके साथ ही पुलिस ने कुशाग्र का मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है। जिसे जांच के लिए भेजा गया है।हाथ-बांधते हुए बनाया था वीडियोप्रभात ने पुलिस को बताया कि कुशाग्र की लगभग एक हफ्ते से रेकी कर रहा था। बीते 30 अक्टूबर 2023 (सोमवार) शाम चार बजे जरीब चौकी चौराहे पर कुशाग्र को रोका था। उससे कहा था कि मेरी बाइक खराब हो गई, और मुझे घर तक छोड़ दो। कुशाग्र ने मुझे स्कूटी पर बैठाकर घर के बाहर छोड़ दिया था। इसके बाद कुशाग्र को कोल्डड्रिंक पिलाने के बहाने स्टोररूम में ले जाकर बंधक बना लिया। इस दौरान प्रभात ने कुशाग्र के हाथ-पैर बांधने का वीडियो भी बनाया था। यह वीडियो इसलिए बनाया गया था ताकि इसे दिखाकर कनोडिया परिवार से 30 लाख की फिरौती वसूली जा सके। इसके बाद उसकी हत्या कर दी थी।