नई दिल्ली : यूएस शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने 24 जनवरी को अडानी ग्रुप पर एक रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट में अडानी के शेयरों को 85 फीसदी ओवरवैल्यूड बताया गया था। साथ ही अडानी ग्रुप पर शेयरों में हेरफेर का आरोप लगाया गया था। इसके बाद से ही अडानी के शेयरों () में भारी गिरावट का दौर शुरू हुआ। हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद से अडानी की 10 लिस्टेड कंपनियों की मार्केट वैल्यू 146 अरब डॉलर या करीब 60 फीसदी घट गई है। अडानी के कुछ शेयरों में तो लगातर लोअर सर्किट लग रहा है। सिर्फ अडानी ही नहीं एलआईसी (LIC) और कुछ बैंकों के शेयर भी नीचे आए हैं। कुछ 18 फीसदी तक लुढ़क गए हैं। आइए जानते हैं कि ये कौन-से बैंकों के शेयर हैं।बैंक ऑफ इंडिया का शेयर 18% टूटासरकारी क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया का शेयर (bank of india stock) पिछले एक महीने में 18 फीसदी से अधिक गिर गया है। शुक्रवार को यह शेयर 1.68 फीसदी या 1.20 रुपये गिरकर 70.05 रुपये पर बंद हुआ। यह शेयर 24 जनवरी को 80.55 रुपये पर था। इस शेयर का 52 हफ्ते का उच्च स्तर 103.50 रुपये और 52 हफ्ते का निम्न स्तर 40.40 रुपये है। इस बैंक का बीएसई पर मार्केट कैप शुक्रवार को 28,745.48 करोड़ रुपये था।इंडियन ओवरसीज बैंक 17% टूटाबीते एक महीने में इंडियन ओवरसीज बैंक का शेयर () 17 फीसदी टूट गया है। यह शेयर 24 जनवरी को 29.15 रुपये पर था। शुक्रवार को यह 24.20 रुपये पर बंद हुआ था। इस शेयर का 52 हफ्ते का उच्च स्तर 36.70 रुपये और निम्न स्तर 15.25 रुपये है।यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का शेयर 16% टूटाबीते एक महीने में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का शेयर () 16.7 फीसदी टूट गया है। यह शेयर एक महीने पहले 80 रुपये का था, जो शुक्रवार को 67.05 रुपये पर बंद हुआ है। इसका 52 हफ्ते का उच्च स्तर 96.40 रुपये और निम्न स्तर 33.55 रुपये है। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का शेयर 16.47% टूटासरकार क्षेत्र के बैंक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (Central Bank of India) का शेयर बीते एक महीने में 16.47% टूट गया है। यह शेयर शुक्रवार को 25.35 रुपये पर बंद हुआ था।पंजाब एंड सिंध बैंक का शेयर 15.6% टूटापंजाब एंड सिंध बैंक की बात करें, तो यह शेयर () बीते एक महीने में 15.6% टूटा है। यह शुक्रवार को 4.86 फीसदी या 1.30 रुपये गिरकर 25.45 रुपये पर बंद हुआ।