सत्ता का हस्तांतरण एक परिवार के लिए नहीं हुआ था : कुशवाहा
उपेंद्र कुशवाहा ने आरजेडी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि आलोक मेहता ने बापू सभागार में जो बातें कहीं थीं, वह एक दौर की बातें थीं। उन्होंने कहा कि आज समय बदला है। अब 10 का शासन 90 पर नहीं चलेगा। उस समय शोषण की बात होती थीं। 15 साल आरजेडी का शासन और 17 साल जेडीयू के, यानी आज 35 साल हो चुके हैं। लालू परिवार पर हमला बोलते हुए कुशवाहा ने कहा कि जिस 10 परसेंट से जगदेव बाबू सत्ता छीन कर लाए, आज वह कुछ हाथों में सिमट कर रह गई है।
आज भी शोषण हो रहा, लेकिन शोषक बदल गए: कुशवाहा
उपेंद्र कुशवाहा ने बिना किसी पार्टी का नाम लिए बिना कहा कि आज ये समझने की जरूरत है कि आज भी 10 प्रतिशत शोषक हैं। लेकिन आज वह लोग शोषक नहीं है। आरजेडी कोटा के मंत्री आलोक मेहता की ओर इशारा करते हुए कहा कि आज भी शोषण हो रहा है। लेकिन आज शोषक बदल गए। उपेंद्र कुशवाहा ने पूछा कि 35 साल में शासक बदल गए हैं। आज कौन लोग सत्ता में बैठे हैं? सत्ता आज कहां लिपट कर गई है? उसे समझने की जरूरत है।
90 फीसद की हिस्सेदारी आज कौन लोग खा रहे: कुशवाहा
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आज 90 फीसदी की हिस्सेदारी कौन लोग खा रहे हैं? उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि सत्ता मिलने के बाद किस अति पिछड़ा समाज के व्यक्ति को बढ़ाने का काम किया गया? किस अति पिछड़ा समाज के लोगों को सत्ता में हिस्सेदारी दी गई? उन्होंने कहा कि जगदेव बाबू ने सत्ता का हस्तांतरण इसलिए नहीं कराया था। कुशवाहा ने कहा कि सत्ता का हस्तांतरण इसलिए हुआ था कि गांव में बैठे गरीब आदमी का दर्द महसूस किया जा सके।