भारत के बाद अब ईरान की खुली किस्मत, सफेद सोने का भंडार मिला, दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा खजाना!

तेहरान: भारत में हाल ही में लीथियम का एक बड़ा भंडार मिला था। अब ईरान ने भी बड़ी मात्रा में लिथियम खोज निकाला है। ईरान का कहना है कि उसने अपने पश्चिमी प्रांतों में से एक में बड़े पैमाने पर लिथियम के भंडार की खोज की है। लिथियम का इस्तेमाल बैट्री बनाने में किया जाता है, जो मोबाइल फोन और इलेक्ट्रिक वाहनों में इस्तेमाल होती हैं। ईरान के उद्योग, खान और व्यापार मंत्रालय के अधिकारी मोहम्मद हादी अहमदी ने शनिवार को कहा, ‘ईरान में पहली बार हमीदन में एक लिथियम रिजर्व की खोज की गई है।’मंत्रालय का मानना है कि इस रिजर्व में 85 लाख टन लिथियम है। कई बार लिथियम को सफेद सोना भी कहा जाता है। अगर ईरान का यह दावा माना जाए तो उसके पास दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा लीथियम रिजर्व है। अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक चिली के पास दुनिया का सबसे बड़ा लीथियम रिजर्व है, जिसमें 92 लाख मीट्रिक टन धातु है। इलेक्ट्रिक वाहन की बैट्री, सेलफोन, लैपटॉप और अन्य लीथियम आयन बैट्री बनाने के लिए ये सबसे महत्वपूर्ण घटक है।बढ़े थे लीथियम के दामइलेक्ट्रिक वाहनों की भारी मांग और लीथियम की कमी के कारण पिछले साल इसकी कीमत आसमान छू गई थी। हालांकि इस साल इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड में कमी आई है, इसलिए लीथियम के दाम में भी करेक्शन देखने को मिला है। अगर ईरान का लीथियम मिलने का दावा सच है तो देश की अर्थव्यवस्था के लिए एक अच्छी खबर होगी। पिछले कई वर्षों से ईरान अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों को झेल रहा है। ऐसे में लीथियम का निर्यात उसे राहत दे सकता है। हालांकि उसके व्यापारिक मित्र सीमित होंगे।लीथियम के दाम में होगी गिरावटदुनिया में लगातार जारी है। कई देशों में यह मिल भी चुके हैं। लेकिन अगर इसी तरह इनका भंडार मिलता रहा तो लीथियम के दाम में गिरावट होने की संभावना है। गोल्डमैन सैक्स के विश्लेषकों का मानना है कि लिथियम की कीमतों में और भी गिरावट हो सकती है। इसके अलावा उम्मीद जताई जा रही है कि अगले साल से लीथियम की सप्लाई हर साल 34 फीसदी बढ़ेगी। ईरान दुनिया के शीर्ष तेल और गैस उत्पादकों में से भी एक है। लेकिन प्रतिबंधों के चलते वह इसका ज्यादा निर्यात नहीं कर पा रहा है।