
हत्या के बाद आफताब की टेंशन!
हत्या के बाद आफताब लगातार इन टुकड़ों को ठिकाने लगाने के बारे में सोच रहा था। फिस उसने इन्हें जंगल में फेंकने का फैसला किया। यह आइडिया उसे अपने एक दोस्त के फ्लैट पर आया। आफताब के दोस्त बद्री ने बताया कि वह उसके फ्लैट पर आया था। बिल्डिंग की टैरेस पर चहलकदमी करते हुए उसने छतरपुर जंगल देखा था। बद्री का फ्लैट महरौली जंगल के पास ही बना है।
आरी से किए शव के टुकड़े
आफताब ने आरी से अपनी लिव-इन पार्टनर के शव के टुकड़े किए थे। फिर इन्हें दक्षिण दिल्ली के अपने आवास में 300 लीटर फ्रिज में कही सप्ताह तक रखा। बाद में कई दिनों तक वह इन्हें शहर अलग-अलग हिस्सों में फेंकता रहा। पुलिस ने 12 नवंबर को आफताब को गिरफ्तार किया था। उसे 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया था। इसे 17 नवंबर तक 5 दिन के लिए और बढ़ा दिया गया था। कोर्ट ने 26 नवंबर को आफताब को 13 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।