अपनी मांगों पर अड़े आदिवासी,राज्यपाल का किया विरोध; रास्ता रोकने की कोशिश

मध्य प्रदेश के गवर्नर मंगू भाई पटेल आज कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए बुरहानपुर पहुंचे. जहां उनके सड़क मार्ग में जायस कार्यकर्ता एवं आदिवासी अपनी समस्या को लेकर बैठ गए. दरअसल यह प्रदेश के राज्यपाल से मिलकर उन्हें जिले में हो रही अवैध वन कटाई एवं आदिवासी बच्चों की शिक्षा को लेकर राज्यपाल के सामने यह बात रखना चाह रहे थे. लेकिन जैसे ही इसकी जानकारी पुलिस और प्रशासन को चली तो उन्होंने जो लोगों से बात करवाने का हवाला देकर इन लोगों को वहां से हटा दिया. जिसके चलते जयस कार्रकर्ता और आदिवासी समुदाय में रोष है.
दरअसल, बुरहानपुर जिले में आज अपने तयशुदा कार्यक्रम के चलते प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल पहुंचे थे. जहां पर वे हेलीकाप्टर से बुधवार को कृषि उपज मंडी के स्थित हेलीपैड पर पहुंचे. ऐसे में पहले से मौजूद डीएम और एसपी ने उनका स्वागत किया, जिसके बाद क्षेत्रीय सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने भी उनका स्वागत किया है. इस दौरान सभी बीजेपी के जनप्रतिनिधि, और कार्यकर्ता मौजूद रहे, फिर वह सड़क मार्ग से अपने तय कार्यक्रम के लिए निकले.
बुराहनपुर पहुंचे गवर्नर मंगुभाई पटेल
वहां पर हितग्राहियों को हितलाभ एवं शासकीय योजनाओं का लाभ बांटने के लिए पहुंचे थे. लेकिन जैसे ही राज्यपाल मंगू भाई पटेल का काफिला आगे बढ़ रहा था और जिले के आदिवासी ग्राम मैं पहुंचा तभी उस दरमियां जायस के कार्यकर्ता एवं आदिवासी सड़क पर बैठ गए आदिवासियों की प्रमुख मांगों में राज्यपाल से बात कर उन्हें नेपानगर के जंगलों में हो रही अवैध कटाई एवं आदिवासी बच्चों की शिक्षा से जुड़ी समस्या को बताना चाह रहे थे. लेकिन यह बात जैसे ही प्रशासन और पुलिस को लगी तो पुलिस ने और प्रशासन ने आदिवासियों को वहां से हटाना चाहा. जहांआदिवासी नहीं माने और नारेबाजी करने लगे फिर उसके बाद आदिवासियों को आश्वासन दिया गया कि आप में से 2 लोग अपनी समस्या राज्यपाल को बता सकते हैं.
जायस और आदिवासियों ने गवर्नर से ना मिलने पर जताया रोष
जिसके बाद आदिवासी वहां से हटे और काफिले को आगे जाने दिया लेकिन प्रशासन और पुलिस ने आदिवासियों के साथ खेल कर दिया. ऐसे में आदिवासियों के 2 प्रतिनिधि जिनको पुलिस ने आश्वासन दिया था, उन्हें राज्यपाल तक पहुंचने ही नहीं दिया गया, जिसको लेकर जायस एवं आदिवासियों में भारी नाराजगी देखने को मिल रही.
BJP क इशारे पर प्रशासन कर रहा काम- शहर अध्यक्ष
वहीं, इस मामले पर कांग्रेस के शहर अध्यक्ष रिंकू टाक ने कहा कि पूरा जिला प्रशासन बीजेपी के इशारे पर काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल से जायस और आदिवासियों को बात नहीं करने दी. जबकि अगर यह जायस और आदिवासी राज्यपाल तक अपनी समस्या पहुंचा देते तो कहीं ना कहीं बीजेपी और जिला प्रशासन की पोल खुल जाती .है जिसके चलते आदिवासियों को आश्वासन देने के बाद भी राज्यपाल तक पहुंचने नहीं दिया. यह पूरी तरह से बीजेपी का तानाशाही पूर्ण रवैया नजर आ रहा है.
SP बोले- 2 लोगों का डेलिगेशन राज्यपाल से मिला
इस मामले में जब TV9 भारतवर्ष ने एसपी राहुल कुमार से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि वहां पर 50 से ज्यादा लोग अपनी समस्या को लेकर राज्यपाल से मिलना चाह रहे थे. उन्होंने कहा कि इतने लोग नहीं मिल सकते आप के 2 लोगों का डेलिगेशन राज्यपाल से जाकर मिल सकता है और अपनी समस्या रख सकता है, जिसके बाद जायस और आदिवासियों से 2 लोगों का डेलिगेशन राज्यपाल से मिला है. इस दौरान उन लोगों ने नेपानगर में हो रही वन कटाई और आदिवासी बच्चों की शिक्षा को लेकर अपना आवेदन दिया है.