नई दिल्ली: चीन ने पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ पहली बार ठोस कदम उठाया है। संयुक्त राष्ट्र (UN) ने लश्कर-ए-तैयबा के डिप्टी अमीर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया है। चीन ने जून 2022 में पाकिस्तानी आतंकवादी अब्दुल रहमान मक्की को ग्लोबल टेररिस्ट लिस्ट में शामिल करने पर अड़ंगा लगाया था। मक्की लश्कर चीफ हाफिज सईद का बहनोई है और जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी हमलों में शामिल रहा। मक्की को अमेरिका आतंकवादी घोषित कर चुका है। 75 साल का मक्की लश्कर-ए-तैयबा में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाता रहा है। भारत और अमेरिका, दोनों ने मक्की को अपने-अपने देश के कानूनों के तहत आतंकवादी घोषित कर रखा है।इन आतंकियों की भी बना था ढाल
- अगस्त 2022 में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर अब्दुल रऊफ के खिलाफ प्रस्ताव रोका था। रऊफ जैश सरगना मसूद अजहर का भाई है और 1999 में ‘इंडियन एयरलाइंस’ के विमान ‘आईसी-814’ को अगवा करने का साजिशकर्ता था।
- सितंबर 2022 में भारत और अमेरिका ने आतंकवादी साजिद मीर को ग्लोबल आतंकियों की लिस्ट में शामिल करने की मांग की थी। साजिद मीर 26/11 का मास्टरमाइंड है, लेकिन चीन ने रुकावट खड़ी कर दी थी।
- अक्टूबर 2022 में लश्कर के आतंकी शाहिद महमूद को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने के प्रस्ताव पर चीन ने ब्रेक लगाया था। शाहिद महमूद कराची का रहने वाला है। वह 2007 में लश्कर-ए-तैबा से जुड़ा था। साल 2013 में ओबामा प्रशासन ने महमूद को लश्कर-ए-तैयबा की पब्लिकेशन विंग का सदस्य बताया था।