कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) की गुजरात इकाई के अध्यक्ष इसुदान गढवी द्वारा ‘गलत समय’ पर घोषणा की गई कि राज्य में आगामी लोकसभा चुनाव कांग्रेस और आप गठबंधन में लड़ेगी।
कांग्रेस ने ‘आप’ नेताओं से कहा कि वे ऐसे बयान देने से बचे क्योंकि गठबंधन का फैसला उसका (कांग्रेस का) केंद्रीय नेतृत्व करता है।
गढ़वी ने सोमवार को यह बयान दे कर खलबली मचा दी कि आगामी लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी और कांग्रेस गुजरात में सीट-बंटवारे के फॉर्मूले के तहत लड़ेंगे क्योंकि दोनों दल विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के सदस्य हैं।
कांग्रेस की गुजरात इकाई के मुख्य प्रवक्ता मनीष दोषी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व और ‘इंडिया’ गठबंधन किसी अन्य पार्टी से चुनाव पूर्व गठबंधन पर अंतिम फैसला करेगा। ऐसे फैसले राज्य स्तर पर नहीं लिए जाते। इस तरह का बयान (आप द्वारा गठबंधन को लेकर) गलत समय पर दिया गया है। हर किसी को ऐसे बयान से बचना चाहिए।’’
गढ़वी ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा था, ‘‘आप और कांग्रेस दोनों ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा हैं। यह चुनावी गठबंधन गुजरात में भी लागू किया जाएगा
आप नेता ने कहा था, ‘‘ हालांकि गठबंधन की बातचीत अभी प्राथमिक स्तर पर ही है, लेकिन यह तय है कि आप और कांग्रेस दोनों गुजरात में आगामी लोकसभा चुनाव सीट-बंटवारे के फॉर्मूले के तहत लड़ेंगे।’’
राज्य और केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2014 और 2019 चुनाव में गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की है।
भाजपा ने गढ़वी के दावे को महत्व नहीं दिया।
गुजरात में 2022 में हुये विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सत्ता कायम रखते हुए 182 सदस्यीय विधानसभा में 156 सीट पर जीत दर्ज की थी। कांग्रेस ने 2017 के चुनाव में 77 सीट पर जीत दर्ज की थी लेकिन पिछले साल के चुनाव में वह 17 सीट पर सिमट गई।वहीं, ‘आप’ ने राज्य की राजनीति में प्रभावी तौर पर मौजूदगी दर्ज कराते हुए पांच सीट पर जीत दर्ज की।
माना जाता है कि भाजपा की जीत के अन्य कारणों में एक महत्वपूर्ण कारणविपक्षी मतों का कांग्रेस और आप में विभाजित होना भी था।