पंजाब के मंत्रियों और विधायकों समेत आम आदमी पार्टी (आप) के कई नेताओं ने रविवार को आरोप लगाया कि पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के आबकारी नीति मामले में पूछताछ के लिए सीबीआई के समक्ष पेश होने के बीच उन्हें दिल्ली में प्रवेश करने से रोक दिया गया।
पंजाब से पार्टी के नेता, केजरीवाल के प्रति समर्थन दिखाने के वास्ते दिल्ली के लिए रवाना हुए थे।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने केजरीवाल को अब रद्द की जा चुकी आबकारी नीति के क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं के संबंध में पूछताछ के लिए रविवार को राष्ट्रीय राजधानी स्थित अपने दफ्तर में बुलाया था।
पंजाब में सत्तारूढ़ पार्टी ने दावा किया कि मंत्री ब्रह्म शंकर जिम्पा, डॉ. बलबीर सिंह और हरजोत सिंह बैंस तथा विधायक दिनेश चड्ढा और कुलजीत रंधावा समेत अन्य लोगोंको सिंघू बॉर्डर पर रोक दिया गया और उन्हें दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई।
पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने ट्वीट किया, ‘‘हम अपनी राजधानी में भी प्रवेश नहीं कर सकते? दिल्ली पुलिस मेरी कार को दिल्ली में प्रवेश करने नहीं दे रही है।’’
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने आरोप लगाया कि देश में लोकतंत्र की ‘हत्या’ की जा रही है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘संविधान और उच्चतम न्यायालय ने हमें देश में स्वतंत्र तरीके से घूमने और शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने का अधिकार दिया है। इनमें से कुछ भी नहीं करने दिया जा रहा है। मेरे कई कैबिनेट सहयोगियों, विधायकों और स्वयंसेवकों को बादली में गैरकानूनी तरीके से हिरासत में लिया गया है।’’
आम आदमी पार्टी ने ट्वीट किया, ‘‘कैबिनेट मंत्री बी जिम्पा, विधायक दिनेश चड्ढा, विधायक कुलजीत रंधावा को ‘आप’ संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री की आवाज दबाने के लिए केंद्र द्वारा सीबीआई के दुरुपयोग के खिलाफ प्रदर्शन करते वक्त पुलिस ने हिरासत में ले लिया।