कोलकाता: ईडन गार्डंस के ऐतिहासिक मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ टॉस हारने वाले पाकिस्तानी कप्तान बाबर आजम की हालत देखकर दुख हो रहा था। वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचने की अपनी सीमित संभावनाओं को जीवित रखने के लिए पाकिस्तान को पहले बैटिंग करने की जरूरत थी। इधर टॉस का सिक्का इंग्लैंड के पक्ष में गिरा तो उधर पाकिस्तान की बची-खुची उम्मीद भी दम तोड़ गई। बाबर टॉस हारने से दुखी थे, लेकिन कैमरों के सामने मुस्कुराते रहे। अपनी हंसी में न जाने कितने गम उन्होंने छिपा लिए। इधर वर्ल्ड कप 2023 में विरोधी टीमें पाकिस्तान पर हावी रही तो उधर टीवी पर एक्सपर्ट बनकर बैठे पूर्व क्रिकेटर्स भी बाबर आजम पर निशाना साधते रहे। चौतरफा हमलों से दुनिया का पूर्व नंबर-1 बल्लेबाज लड़ नहीं सका। अब खबर आ रही है कि वर्ल्ड कप खत्म होते ही उनसे कप्तानी भी छीन ली जाएगी।टॉस हारने के बाद बाबर आजम ने कहा कि ये उनके हाथ में नहीं था, बल्कि वे इस खेल में अब अच्छा प्रदर्शन करने की पूरी कोशिश करेंगे। पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम ने कहा, ‘हम भी पहले बल्लेबाजी करना चाहते थे, लेकिन जाहिर तौर पर टॉस हमारे पक्ष में नहीं रहा। हमारे पास अच्छा गेंदबाजी आक्रमण है। हमें अच्छी गेंदबाजी करनी होगी और उन्हें जितनी जल्दी हो सके आउट करना होगा। आज हसन अली नहीं खेल रहे हैं। शादाब खान की टीम में वापसी हुई है। हम फखर की एक और पारी का इंतजार कर रहे हैं, उन्होंने शानदार बल्लेबाजी की है और ड्रेसिंग रूम में सभी ने उनकी बल्लेबाजी का लुत्फ उठाया है। देखते हैं यह कैसा रहता है।’ टूर्नामेंट में अपने आखिरी ग्रुप स्टेज गेम से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में बाबर आजम ने कहा था कि उनकी टीम नेट रन रेट से निपटने के लिए तैयार है। बाबर ने अपनी टीम पर भरोसा जताया था और कहा था कि अगर फखर जमां 20-30 ओवर तक क्रीज पर टिके रहेंगे तो पाकिस्तान अपना एनआरआर लक्ष्य हासिल कर लेगा। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ, पाकिस्तान टॉस हार गया और टूर्नामेंट से प्रभावी रूप से बाहर हो गया। पाकिस्तान के सामने अब इंग्लैंड को हराकर जरूरी नेट रनरेट तक पहुंचना असंभव काम है।विश्व कप 2023 में पाकिस्तान का अभियान उथल-पुथल भरा रहा है। टीम वनडे विश्व कप इतिहास में पहली बार लगातार चार मैच हारी है। पाकिस्तान विश्व कप में पहली बार अफगानिस्तान से हारी और फिर चेन्नई में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मामूली अंतर से पराजय का मुंह देखा, ये एक ऐसा मैच था, जिसे उन्हें निश्चित रूप से जीतना चाहिए था।