
देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने पंडित दीनदयाल एनर्जी यूनिवर्सिटी के 10वें दीक्षांत समारोह में कहा, आज आपका दिन है। लेकिन आपके माता-पिता ने इस दिन का बेसब्री से इंतजार किया है। यह उनका जीवनभर का सपना रहा है। उन्हें संघर्ष और त्याग को कभी मत भूलना। आपकी सफलता में उनका असीम योगदान है। आज के युवा 4जी और 5जी को लेकर उत्साहित हैं। लेकिन माताजी और पिताजी से बड़ा कोई ‘जी’ नहीं है।
भारत का अमृत काल
अंबानी ने कहा कि यह बैच ऐसे साल में ग्रेजुएट हो रहा है जब भारत के अमृत काल की शुरुआत हो रही है। हमारी परंपरा में अमृत काल को किसी भी नए काम की शुरुआत के लिए शुभ माना जाता है। अमृत काल में भारत में अभूतपूर्व आर्थिक विकास देखने को मिलेगा और अवसरों की बाढ़ आ जाएगी। अभी भारत की इकॉनमी तीन ट्रिलियन डॉलर की है जो 2047 तक 40 ट्रिलियन डॉलर पहुंच जाएगी। इस तरह भारत दुनिया की तीन शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो जाएगा।
अंबानी ने कहा कि क्लीन एनर्जी रिवोल्यूशन और बायो-एनर्जी रिवोल्यूशन से सस्टेनेबल एनर्जी मिलेगी जबकि डिजिटल रिवोल्यूशन से हमें एनर्जी को सुगम तरीके से कंज्यूम करने में मदद मिलेगी। इनसे भारत और दुनिया को इस खूबसूरत ग्रह को क्लाइमेट क्राइसिस से बचाने में मदद मिलेगी। एआई, रोबोटिक्स और आईओटी जैसी टेक्नीक्स से आमूलचूल बदलाव होगा। हमें इन्हें अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करना चाहिए।