300/300, 10 घंटे रोज पढ़ाई… JEE मेन के टॉपर सिंगराजू वेंकट कौंडिन्‍या से जानिए कैसे की प्रिपरेशन?

नई दिल्‍ली: सिंगराजू वेंकट कौंडिन्‍या () ने ज्‍वाइंट एंट्रेंस एग्‍जाम यानी JEE मेन्‍स में टॉप किया है। उनकी ऑल इंडिया रैंक (AIR) 1 आई है। जेईई मेन्‍स में उनकी 100 परसेंटाइल रही है। सिंगराजू को इस परीक्षा में 300/300 अंक मिले हैं। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने शनिवार को जेईई मेन्‍स का रिजल्‍ट घोषित किया। सेशन-2 में 43 स्‍टडेंट्स ने शतप्रतिशत अंक हासिल किए हैं। इनमें सबसे ज्यादा विद्यार्थी तेलंगाना के हैं। के टॉपर सिंगराजू वेंकट कौंडिन्‍या हैदराबाद से हैं। उन्‍होंने बताया है कि उन्‍होंने परीक्षा के लिए कैसे प्र‍िपरेशन की है। जेईई-मेन के पेपर-1 और पेपर-2 के नतीजों के आधार पर शीर्ष 2.6 लाख स्‍टूडेंट जेईई-एडवांस्ड परीक्षा में बैठने के लिए एजिजिबल होते हैं। इसी परीक्षा के जरिये 23 IIT में प्रवेश का रास्‍ता खुलता है। जेईई देश के कुछ सबसे मुश्किल इम्तिहानों में है। 11वीं में मैथ्‍स लेने वाले तकरीबन हर बच्‍चे के मन में इसे क्रैक करने की ख्‍वाहिश होती है। लेकिन, इसमें सफलता का रास्‍ता किसी तपस्‍या से कम नहीं है। इसके लिए बहुत ज्‍यादा मेहनत की जरूरत पड़ती है। सिंगराजू वेंकट कौंडिन्‍या ने उस कड़े परिश्रम के बारे में बताया है। 11वीं से शुरू कर दी थी तैयारी सिंगराजू वेंकट कौंडिन्‍या बताते हैं कि जेईई के लिए उनकी तैयारी 11वीं से शुरू हो गई थी। एक दिन भी ऐसा नहीं गया जब उन्‍होंने 10 घंटे से कम पढ़ाई की हो। सुबह 6.30 बजे से रात 10.30 तक उनकी पढ़ाई का सिलसिला जारी रहता था। इस बीच में वह कई बार छोटे-छोटे ब्रेक लेते थे। कोशिश यही होती थी कि फोकस कहीं और शिफ्ट नहीं हो। सिंगराजू कहते हैं कि अब उनका अगला लक्ष्‍य जेईई एडवांस है। वह इसमें अच्‍छी रैंक पाना चाहते हैं। उनकी इच्‍छा आईआईटी बॉम्‍बे में दाखिला पाने की है। वह कंप्‍यूटर साइंस से बीटेक करना चाहते हैं। बचपन से तो उनका आईआईटी में पढ़ना सपना नहीं था। लेकिन, जब वह 11वीं में पहुंचे तो उनका यही ड्रीम बन गया। शन‍िवार को आया जेईई-मेन का र‍िजल्‍ट शनिवार को जारी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन के सेशन-2 में 43 स्‍टूडेंट ने शतप्रतिशत अंक हासिल किए। इनमें सबसे ज्यादा स्‍टूडेंट तेलंगाना के हैं। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने यह जानकारी दी। 100 एनटीए स्‍कोर हासिल करने वालों में तेलंगाना के 11 स्‍टूडेंट हैं। इसके बाद राजस्थान के 5, उत्तर प्रदेश के 4, गुजरात के 3, आंध्र प्रदेश के 4, कर्नाटक के 3, महाराष्ट्र के 2, दिल्ली के 2 और हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिम बंगाल, केरल, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु के 1-1 स्‍टूडेंट ने 100 एनटीए स्‍कोर प्राप्‍त किया है। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले 43 उम्मीदवारों में से 32 जनरल कैटेगरी के हैं। सात अन्य पिछड़ा वर्ग ( OBC) के हैं। तीन सामान्य-आर्थिक रूप से कमजोर (EWS) और एक अनूसूचित जाति (SC) श्रेणी से है। दिव्यांग कैटेगरी से 99.99 एनटीए अंकों के साथ दिपेन सोजित्रा ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। वहीं, एससी टॉपर देशांक प्रताप सिंह हैं। उन्‍होंने 100 एनटीए अंक हासिल किए हैं। 99.99 अंकों के साथ अनुसूचित जनजाति (एसटी) के धीरावत तनुज ने टॉप किया है।