3 शव निकाले, कई अब भी दबे.. भिवंडी हादसे के बाद 20 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

भिवंडी: भिवंडी के वलपाड़ा स्थित कैलास नगर के वर्धमान कंपाउंड में शनिवार दोपहर लगभग पौने दो बजे भूमितल सहित दो मंजिल की एक इमारत अचानक ताश के पत्तों की तरह धराशायी हो गई। इस दुर्घटना में फायर ब्रिगेड और एनडीआर की टीमों ने 11 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है। आशंका है कि करीब 22 लोग अभी भी बिल्डिंग के मलबे में दबे हुए हैं। 20 घंटे से ऊपर हो गए हैं लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। वर्धमान कंपाउंड में इंद्रपाल गुरुनाथ पाटील की ओर से 2014 में घर नबंर 1992 की भूमितल सहित तीन मंजिल की इमारत बनाई गई थी। इस इमारत की तीसरी मंजिल के ऊपर पतरे का शेड लगाया गया था। तीसरी मंजिल पर चार परिवार एवं पतरे के शेड में चार परिवार रहते थे। दुर्घटना के समय इमारत की तीसरी मंजिल पर छोटे-बड़े पांच एवं पतरे के शेड में नौ लोग सहित कुल 14 लोग फंसे हुए थे।पहली मंजिल पर 15 मजदूर काम कर रहे थे, जिसमें आठ मजदूर फंस गए थे और सात बाहर आ गए थे। प्राथमिक रिपोर्ट के अनुसार आठों परिवारों के 14 लोग एवं आठ मजदूरों सहित कुल 22 लोग इमारत के अंदर फंसे हुए थे। इमारत हादसा में मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपए आर्थिक सहायता देने की घोषणा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा की गई है।गोदाम के पांच कर्मी लापताइमारत के भूमितल पर कई कंपनियों के गोदाम थे, जहां पैकिंग का काम चल रहा था। एम आर के फुडस कंपनी के मालिक ने पुलिस को बताया है कि उनके गोदाम में 55 लोग काम करते थे। जिसमें से 50 लोगों से संपर्क हो चुका है। लेकिन पांच लोगों के मलवे में दबे होने की आशंका है।बच्चे निकले, मां का पता नहींप्रेम रविकुमार (7), प्रिंस रविकुमार (5) तीसरी मंजिल पर अपनी मां के साथ सोये हुए थे। पिता रवि कुमार काम पर गए थे। इमारत अचानक गिरने के कारण दोनों बेटों के साथ मां भी मलबे में दब गई थी। बचाव के दौरान दोनों भाइयों को बाहर निकाल लिया गया, लेकिन उसकी मां का कोई पता नहीं चल सका है। राहत दल द्वारा महिला की तलाश की जा रही है। सुरक्षित निकलीं सोनालीइस इमारत में रहने वाली सोनाली कांबले (21) पूरी तरह सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि जिस समय यह हादसा हुआ उस समय वह अपने घर में टीवी देख रही थी। इमारत गिरने की आवाज आने पर उन्होंने अपने पति को फोन पर जानकारी दिया। उनके पति ने उसे सलाह दिया कि यदि वह आसानी से निकल सकती है तो बाहर निकल आएं। नहीं तो पुलिस की टीम आ गई है। पुलिस उसे अभी बाहर निकाल लेगी। सोनाली कांबले को पुलिस ने सुरक्षित निकाल लिया। वह पूरी तरह स्वस्थ हैं।दबे पर बच गए मंसूरइसी तरह हमाली का काम करने वाला मंसूर शेख (27) दो कंटेनर खाली कर चुका था और तीसरा कंटेनर खाली कर रहा था। उसी समय इमारत अचानक भरभराकर गिर गई, जिससे वह मलबे में दब गया था। उसे निकालकर इलाज के लिए आईजीएम उपजिला अस्पताल में भेज दिया गया है। बाहर थे, बच गएइसी तरह इमारत में रहने वाले अंकुश सिंह ने बताया कि वह काम करने के लिए घर से बाहर गए थे। जिस समय इमारत गिरी। उस समय वह इमारत से थोड़ी दूर पर ही थे। वह काम करके अपने घर खाना खाने के लिए आ रहे थे। इमारत गिरने के साथ दूर से ही उन्हें भारी धूल उड़ती हुई दिखाई पड़ी। उनके परिवार के कई लोग फंसे हुए थे।सुरक्षित निकाले गए लोगसोनाली कांबले (22), शिवकुमार कांबले (ढाई वर्ष), मुख्तार मंसूरी (26), प्रेम रविकुमार (7), प्रिंस रविकुमार (5), विकास कुमार रावय (18), उदयभान यादव (25, अनिता (30), मंसूर शेख (27) और उज्जवला कांबले (30)।