चांद से भी ज्‍यादा करीब से धरती के पास से गुजरा 20 मंजिला ऐस्‍टरॉइड, वैज्ञानिकों को 2 दिन बाद लगी भनक

वॉशिंगटन: हाल में ही एक एक गगनचुंबी इमारत के आकार का ऐस्‍टरॉइड या क्षुद्रग्रह चंद्रमा की तुलना में पृथ्वी के करीब गुजर गया, लेकिन वैज्ञानिकों को इसकी भनक तक नहीं लगी। वैज्ञानिकों को दो दिन बाद इस ऐस्‍टरॉइड के बारे में जानकारी मिली थी। इस ऐस्‍टरॉइड का आकार 20 मंजिला इमारत जितना बड़ा था। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के अनुसार, जानकारी मिलने के बाद अब इसे 2023 एनटी1 नाम दिया गया है। यह ऐस्‍टरॉइड लगभग 200 फुट चौड़ा था। 2023 एनटी1 13 जुलाई को 86,000 किमी प्रति घंटा की स्पीड से यात्रा करते हुए पृथ्वी के नजदीक से गुजरा था।ऐस्‍टरॉइड को क्यों नहीं देख सके वैज्ञानिकहालांकि, क्योंकि ऐस्‍टरॉइड सूर्य की दिशा से पृथ्वी की ओर उड़ रहा था। ऐसे में सूर्य की चमक ने दूरबीनों को ऐस्‍टरॉइड के गुजरने के काफी समय बाद तक उसकी जानकारी प्रदान की। खगोलविदों को 15 जुलाई तक इमारत के आकार के इस चट्टान की हवा नहीं मिली। इस ऐस्‍टरॉइड को दक्षिण अफ्रीका के ATLAS दूरबीन ने सबसे पहले देखा। ATLAS को कई दूरबीनों को मिलाकर बनाया गया है। इसे कई दिनों से लेकर हफ्तों पहले तक के ऐस्‍टरॉइड की पहचान करने के लिए डिजाइन किया गया है। इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन के माइनर प्लैनेट सेंटर के अनुसार, कुछ ही समय बाद एक दर्जन से अधिक अन्य दूरबीनों ने भी इस चट्टान को देखा।क्या पृथ्वी के लिए खतरा था यह ऐस्‍टरॉइडवैज्ञानिकों की पकड़ में न आने के बावजूद ऐस्‍टरॉइड 2023 एनटी1 इतना बड़ा नहीं है कि इसे संभावित खतरनाक वस्तु माना जाए। अगले दशक के लिए ऐस्‍टरॉइड के प्रक्षेप पथ की गणना करने के बाद, खगोलविदों का कहना है कि इससे कोई तत्काल खतरा नहीं है। हाल के शोध से पता चलता है कि पृथ्वी अगले 1000 वर्षों तक क्षुद्रग्रहों से सुरक्षित है। फिर भी पृथ्वी के नजदीक ऐस्‍टरॉइड की खोज में सूर्य एक ब्लैक स्पॉट बना हुआ है। 2023 एनटी1 शायद पहला गुप्त ऐस्‍टरॉइड है, जिसकी पहचान वैज्ञानिक नहीं कर सके। 2013 में लगभग 59 फुट लंबे (18 मीटर) ऐस्‍टरॉइड ने सूरज की चमक के माध्यम से इसी तरह का रास्ता अपनाया और रूस के चेल्याबिंस्क के आकाश में विस्फोट होने से पहले गुम हो गया।